सीढ़ियों में पायदान लगे होते है | पायदान पर पैर रखकर ऊपर जाया जाता है | सामान्यतः पायदान लकड़ी, लोहे आदि के बने होते हैं | लेकिन रावण के सिंहासन की सीढ़ी के पायदान ऐसे नहीं थे |
लंका का राजा रावण जिस सीढ़ी से अपने सिंहासन पर जाता था उस सीढ़ी के नव पायदान की जगह उसने नव ग्रहों को रख रखा था |
इस प्रकार रावण के सिंहासन की सीढ़ी के नव पायदान नौ ग्रह थे | रावण इनके ऊपर पैर रखते हुए अपने सिंहासन पर जाता था |
|| जय श्रीराम ||